कटिहार/नीरज झा ----: कटिहार की गोगाबील झील को बिहार के पहले और एक मात्र ‘कंजर्वेशन रिजर्व’ यानी ‘संरक्षण आरक्ष’ और ‘कम्युनिटी रिजर्व’ यानी ‘सामुदायिक आरक्ष’ का दर्जा मिला हुवा है। यहाँ हर वर्ष हजारों प्रवासी पक्षी आते रहते हैं जिसके कारण यहाँ कानूनन पक्षियों का शिकार करना अपराध माना गया है ।
सरकारी उदासीनता के कारण चोरी-छिपे पक्षियों के शिकार भी होते रहे है इसका जीता जागता उदाहरण यहाँ दुर्लभ प्रजाति का विदेशी पक्षी घायल अवस्था में बरामद किया गया है जागरूक स्थानीय एक लोगो ने पक्षी का शिकार करने वाले बहेलिया से खाने के लिए खरीदने को बुलाया और घमका कार विदेशी घायल पक्षी को अपने कब्जे मे ले लिया जिसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया उसके वाद स्थानीय प्रशासन को जानकारी हुई आनन फानन मे पशु चिकित्सक को इलाज करने के मौखिक आदेश दिया गया वही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर विदेशी पक्षी को कब्जे में लिया और इलाज कर वन विभाग ने गोगा झील में छोड़ देने की बात बताए।
घटना की जानकारी मिलते ही मनिहारी अनुमंडल पदाधिकारी ने मनिहारी पशु चिकित्सक को मौके पर जाने का निर्देश देने के बावजूद भी पशु चिकित्सक विदेशी पक्षी को देखने नही पहुँचे ।
©www.katiharmirror.com
सरकारी उदासीनता के कारण चोरी-छिपे पक्षियों के शिकार भी होते रहे है इसका जीता जागता उदाहरण यहाँ दुर्लभ प्रजाति का विदेशी पक्षी घायल अवस्था में बरामद किया गया है जागरूक स्थानीय एक लोगो ने पक्षी का शिकार करने वाले बहेलिया से खाने के लिए खरीदने को बुलाया और घमका कार विदेशी घायल पक्षी को अपने कब्जे मे ले लिया जिसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया उसके वाद स्थानीय प्रशासन को जानकारी हुई आनन फानन मे पशु चिकित्सक को इलाज करने के मौखिक आदेश दिया गया वही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर विदेशी पक्षी को कब्जे में लिया और इलाज कर वन विभाग ने गोगा झील में छोड़ देने की बात बताए।
घटना की जानकारी मिलते ही मनिहारी अनुमंडल पदाधिकारी ने मनिहारी पशु चिकित्सक को मौके पर जाने का निर्देश देने के बावजूद भी पशु चिकित्सक विदेशी पक्षी को देखने नही पहुँचे ।
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