बरारी-/नरेश चौधरी पूर्वी बारीनगर वार्ड 12 के बाढ़ पीड़ितों को अब तक जीआर की राशि नहीं मिलने से शनिवार को आक्रोशित सैकड़ो बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर आक्रोशित मूड में अंचल कार्यालय का घेराव कर जीआर राशि का मांग किया।
बाढ पीड़ितों ने पूर्वी बारीनगर के जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनलोगों के द्वारा खर्चा के नाम पर प्रति घर 500 रुपये से 1000 रुपये की मांग की गई जिसे की हम सभी 185 बाढ़ पीड़ित परिवार नहीं दिए ,जिस कारण हमलोगों का नाम जीआर सूची में नहीं चढ़ाया गया और हम सभी को सरकार के द्वारा मिलने वाले लाभ से वंचित किया गया। बता दे कि विगत वर्ष सितंबर माह में आयी बाढ़ से बरारी के दर्जनों पंचायतों में हुई तबाही से लोग अब तक नहीं उबर पाये है. बरारी में आयी बाढ़ के दौरान हजारों लोगों के आसियाने उजड़ गये थे. बिहार सरकार द्वारा बाढ़ के बाद बाढ़ पीड़ितों को सहायता राशि के नाम पर छह हजार रुपये देने का कार्य किया था।
वार्ड सदस्य पंचायत सचिव राजस्व कर्मचारी के द्वारा सूची बनाकर अंचल कार्यालय में जमा किया गया था. परंतु दो माह बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को जीआर की राशि का लाभ नहीं मिल पाया है. बाढ़ के दौरान कई पंचायतों के सैकड़ों घर पूर्ण रूप से छतिग्रस्त हो गयी थी. परंतु इन पीड़ित ग्रामीणों को ना तो अब तक जीआर की राशि मिली है और ना ही छतिग्रस्त घर के निर्माण के लिए कोई राशि दी गई है।
इस दौरान सैकड़ो बाढ़ पीड़ित ने अंचल पदाधिकारी से अनुरोध किया कि जांच कर हम सभी पीड़ित परिवार को जीआर राशि दिया जाय।
©www.katiharmirror.com
बाढ पीड़ितों ने पूर्वी बारीनगर के जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनलोगों के द्वारा खर्चा के नाम पर प्रति घर 500 रुपये से 1000 रुपये की मांग की गई जिसे की हम सभी 185 बाढ़ पीड़ित परिवार नहीं दिए ,जिस कारण हमलोगों का नाम जीआर सूची में नहीं चढ़ाया गया और हम सभी को सरकार के द्वारा मिलने वाले लाभ से वंचित किया गया। बता दे कि विगत वर्ष सितंबर माह में आयी बाढ़ से बरारी के दर्जनों पंचायतों में हुई तबाही से लोग अब तक नहीं उबर पाये है. बरारी में आयी बाढ़ के दौरान हजारों लोगों के आसियाने उजड़ गये थे. बिहार सरकार द्वारा बाढ़ के बाद बाढ़ पीड़ितों को सहायता राशि के नाम पर छह हजार रुपये देने का कार्य किया था।
वार्ड सदस्य पंचायत सचिव राजस्व कर्मचारी के द्वारा सूची बनाकर अंचल कार्यालय में जमा किया गया था. परंतु दो माह बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को जीआर की राशि का लाभ नहीं मिल पाया है. बाढ़ के दौरान कई पंचायतों के सैकड़ों घर पूर्ण रूप से छतिग्रस्त हो गयी थी. परंतु इन पीड़ित ग्रामीणों को ना तो अब तक जीआर की राशि मिली है और ना ही छतिग्रस्त घर के निर्माण के लिए कोई राशि दी गई है।
इस दौरान सैकड़ो बाढ़ पीड़ित ने अंचल पदाधिकारी से अनुरोध किया कि जांच कर हम सभी पीड़ित परिवार को जीआर राशि दिया जाय।
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