कटिहार/नीरज झा :-- शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले विद्यालय मे जहाँ नोनिहलो को शिक्षित कर देश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है । विद्यालय मे पठन पाठन और अन्य चीजों की जाँच करने आजमनगर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय टैगोर पोखरिया में जाँच करने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संतोष कुमार पर अपने दामाद बासकी यादब और लेखापाल के साथ साथ साधन सेवी को लेकर जाँच करने पहुँचे का लगाया गया है आरोप।
विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक संजय कुमार की माने तो सभी कागजो का अवलोकन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा उनके अधिनस्तो ने किया और जाने से पहले अवैध उगाही की माँग दामाद वासुकी यादव पर लगाया।
वही आजम नगर के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संतोष कुमार ने कहा विद्यालय जाँच करने पहुँचा था जाँच के दौरान विद्यालय मे एक शिक्षक अनुपस्थित पाया गया । बच्चों को मिलने वाली मध्यान भोजन 10 अक्टूबर से बंद था। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक किसी भी तरह का सरकारी पंजी दिखाने से साफ इनकार कर दिया। अपने से वरीय शिक्षक को प्रभार देने की बात पर प्रभारी प्रधानाध्यापक भड़क गए और धमकी देने लगे। मेरे ऊपर लगा सारा आरोप बे बुनयाद है ।
इस मामले को लेकर आजम नगर के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के दामाद वासुकी यादब ने कहा कि हमपर जो आरोप लगाया है कोई भी टीचर या प्रधानाध्यपक से कोई भी बात चीत या कार्यालय मे पंजी निरीक्षण करते या बैठने का कोई फोटो या वीडियो है तो में अपने आपको दोषी मान लूँगा। मेरे मान-सम्मान की हानि हुई है में कोर्ट में मान हानि का केश करूंगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी देवविन्द कुमार सिंह ने कहा कि इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा गया है। जवाब आने के वाद नियमानुकूल कार्यवाही की जाएगी ।
अब सवाल उठता है अगर अपने दल बल के साथ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विद्यालय जांच करने पहुंचे थे तो फिर विद्यालय के प्रभारी शिक्षक दस्तावेज दिखाने परहेज क्यों कर रहे थे। जो भी हो अब जाँच के वाद ही दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ सकेगा।
©www.katiharmirror.com
विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक संजय कुमार की माने तो सभी कागजो का अवलोकन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा उनके अधिनस्तो ने किया और जाने से पहले अवैध उगाही की माँग दामाद वासुकी यादव पर लगाया।
वही आजम नगर के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संतोष कुमार ने कहा विद्यालय जाँच करने पहुँचा था जाँच के दौरान विद्यालय मे एक शिक्षक अनुपस्थित पाया गया । बच्चों को मिलने वाली मध्यान भोजन 10 अक्टूबर से बंद था। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक किसी भी तरह का सरकारी पंजी दिखाने से साफ इनकार कर दिया। अपने से वरीय शिक्षक को प्रभार देने की बात पर प्रभारी प्रधानाध्यापक भड़क गए और धमकी देने लगे। मेरे ऊपर लगा सारा आरोप बे बुनयाद है ।
इस मामले को लेकर आजम नगर के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के दामाद वासुकी यादब ने कहा कि हमपर जो आरोप लगाया है कोई भी टीचर या प्रधानाध्यपक से कोई भी बात चीत या कार्यालय मे पंजी निरीक्षण करते या बैठने का कोई फोटो या वीडियो है तो में अपने आपको दोषी मान लूँगा। मेरे मान-सम्मान की हानि हुई है में कोर्ट में मान हानि का केश करूंगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी देवविन्द कुमार सिंह ने कहा कि इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा गया है। जवाब आने के वाद नियमानुकूल कार्यवाही की जाएगी ।
अब सवाल उठता है अगर अपने दल बल के साथ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विद्यालय जांच करने पहुंचे थे तो फिर विद्यालय के प्रभारी शिक्षक दस्तावेज दिखाने परहेज क्यों कर रहे थे। जो भी हो अब जाँच के वाद ही दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ सकेगा।
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