कटिहार/ब्यूरो रिपोर्ट :-- कटिहार जिला प्रशासन घटना से सीख नही लेकर बड़ी घटना का इंतजार कर रही है । बताते चले कि नगर थाना क्षेत्र के नया टोला के रिहायसी इलाके मे पिछले कुछ वर्ष पहले मोमबत्मेती फैक्ट्री में आग लगने से भारी नुक्सान हो गया था जिससे स्थानीय लोग घंटो किसी अनहोनी की आशंका को लेकर दहशत में जीने को मजबूर हो गई थे ।
कटिहार जिला प्रशासन स्थानीय लोग और कई स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ताओ के कड़ी मशक्कत के वाद इस आग पर काबू पाया जा सका था । इतनी बड़ी घटना के बाद भी जिला प्रशासन ने कटिहार शहर के रिहायसी इलाको मे अवेध रूप से चल रहे मोमवत्ती बनाने वाली कारखानों पर कोई ठोस कार्यवाही नही की और आज भी बेरोक टोक शहर के रिहायशी इलाकों में मोमवत्ती बनाने का कारोवार फल फूल रहा है ।
कटिहार के नगर थाना क्षेत्र केमोमबत्ती बनाने वाले कारखाने में अग्नि शामक की समुचित ब्यवस्था नही है ना ही इसके लिए कोई कागजात बना रखा है| इतना ही नही कारखाने में बाल मजदूरो से खुले आम काम कराया जाता है इस मामले मै जब एक प्रोपराइटर से पूछने पर वो बगले झाँकने लगते हैं | वही एक और प्रोपराइटर ने बताया कि छोटे मोटे सिजनेबुल मोमबत्ती बनाने का कार्य करते है और बंद कर देते इसके लिए क्या कागजात बनाये ।
अब सवाल उठता है दीपावली के अवसर पर मोमबत्ती के अत्यधिक मांग को लेकर कुकुरमुत्ता की तरह कटिहार शहर में मोमबत्ती फैक्ट्री खुलने से संबंधित विभागीय अधिकारि कब तक मौन व्रत रखेंगे और ऐसे कारोबारों के काम काज को वैध ढंग से करने के लिए कदम उठाएंगे|
©www.katiharmirror.com
कटिहार जिला प्रशासन स्थानीय लोग और कई स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ताओ के कड़ी मशक्कत के वाद इस आग पर काबू पाया जा सका था । इतनी बड़ी घटना के बाद भी जिला प्रशासन ने कटिहार शहर के रिहायसी इलाको मे अवेध रूप से चल रहे मोमवत्ती बनाने वाली कारखानों पर कोई ठोस कार्यवाही नही की और आज भी बेरोक टोक शहर के रिहायशी इलाकों में मोमवत्ती बनाने का कारोवार फल फूल रहा है ।
कटिहार के नगर थाना क्षेत्र केमोमबत्ती बनाने वाले कारखाने में अग्नि शामक की समुचित ब्यवस्था नही है ना ही इसके लिए कोई कागजात बना रखा है| इतना ही नही कारखाने में बाल मजदूरो से खुले आम काम कराया जाता है इस मामले मै जब एक प्रोपराइटर से पूछने पर वो बगले झाँकने लगते हैं | वही एक और प्रोपराइटर ने बताया कि छोटे मोटे सिजनेबुल मोमबत्ती बनाने का कार्य करते है और बंद कर देते इसके लिए क्या कागजात बनाये ।
अब सवाल उठता है दीपावली के अवसर पर मोमबत्ती के अत्यधिक मांग को लेकर कुकुरमुत्ता की तरह कटिहार शहर में मोमबत्ती फैक्ट्री खुलने से संबंधित विभागीय अधिकारि कब तक मौन व्रत रखेंगे और ऐसे कारोबारों के काम काज को वैध ढंग से करने के लिए कदम उठाएंगे|
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