कटिहार/नीरज झा :--कटिहार सदर अस्पताल कटिहार का एम्स कहा जाता है । यहाँ सुबह से शाम तक मरीज आते रहते है डॉक्टर के आभाव का दंश झेल रहे सदर अस्पताल दो चार रोगियों को छोड़कर बाँकी को हायर सेन्टर के नाम पर रेफर करना कटिहार सदर अस्पताल की नियति सी बन गयी है ।
बिहार सरकार के विभागीय आदेश पर कटिहार सदर अस्पताल में डिप्युटी सुपरिटेंडेंट (DS) डॉक्टर मुकेश कुमार को बनाया गया जिनकी छबि अस्पताल में सबसे अच्छी मानी जाती है जिन्हें कटिहार सदर अस्पताल का वित्तीय के साथ साथ सदर अस्पताल के प्रशानिक कार्य का पूरा लेखा जोखा देखना था लेकिन विभागीय आदेश को तक पर रख कर सिर्फ वित्तीय कार्य देखने का आदेश पारित कर दिया गया और कटिहार अस्पताल प्रबंधन देख रेख का आदेश नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टरआर एन पंडित को बना दिया गया ।
इस मामले को लेकर जब कटिहार के सिविल सर्जन डॉक्टर मुर्तजा अली ने बताया कि इस मामले को लेकर कटिहार जिला पदाधिकारी पूनम से आदेश ले लिया गया है लेकिन चार माह से अधिक बीत जाने के वाद भी बिहार सरकार से विभागीय आदेश नही लिया गया है । बताते चले कि पूरे विहार मे कटिहार ही एक अकेला ऐसा जिला है जहाँ डॉक्टर की कमी रहते अस्पताल मे दो दो डिप्युटी सुपरिटेंडेंट (DS) प्रतिनियुक्त है और डॉक्टर मरीज को हायर सेन्टर रेफर करते आरहे है ।
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