कटिहार/नीरज झा ;--पवित्र सावन के महीने मे भगवान भोले नाथ के भक्त देव नगरी देवघर पूर्णआस्था और विश्वास के साथ जाते हैं। सुल्तानगंज से पवित्र जल भर कर गाड़ी या पैदल 105 किलोमीटर लंबा और कठिन सफर तेय कर पहुँचते जहाँ अपने आराध्य भोले शंकर को प्रसन्न करने की कोशिश करते है । ले
किन कटिहार प्रखंड के बेलवा गांव के निवासी 60 वर्षीय रघुनंदन सिंह और उनकी 55 वर्षीय धर्म पत्नी गीता देवी ने सुल्तानगंज से जल भर कर भगवान
भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए दंड देते हुए बाबा की नगरी देव घर के लिए 22 जुलाई को चले और 25वे दिन 15 अगस्त यानी सावन की पूणिमा को देवघर में बाबा भोले नाथ का जलाभिषेक किया । जिसकी चर्चा क्षेत्रों मै जोर शोर से होने पर दंड देते हुए भगवान भोले नाथ की नगरी देवघर जाने वाले बुजुर्ग दंपत्ति से मिलने तथा उनका आशीर्वाद लेने लोग उनके घर पर पहुँचने लगे है
©www.katiharmirror.com
किन कटिहार प्रखंड के बेलवा गांव के निवासी 60 वर्षीय रघुनंदन सिंह और उनकी 55 वर्षीय धर्म पत्नी गीता देवी ने सुल्तानगंज से जल भर कर भगवान
भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए दंड देते हुए बाबा की नगरी देव घर के लिए 22 जुलाई को चले और 25वे दिन 15 अगस्त यानी सावन की पूणिमा को देवघर में बाबा भोले नाथ का जलाभिषेक किया । जिसकी चर्चा क्षेत्रों मै जोर शोर से होने पर दंड देते हुए भगवान भोले नाथ की नगरी देवघर जाने वाले बुजुर्ग दंपत्ति से मिलने तथा उनका आशीर्वाद लेने लोग उनके घर पर पहुँचने लगे है
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