कटिहार/नीरज झा :--जिस समाज में पैसे की खनक और रुतबे दिखाने का चलन हो लोग अपना इलाज या बच्चों के टीकाकरण निजी अस्पताल मे करना शान समझते है |
वही इन सब से हटकर हसनगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव ने अपनी नौ माह की फूल सी बेटी अमार्या को शहर के बड़े नामी गिरामी अस्पताल से दूर हसनगंज पीएचसी पहुँच कर खसरा रूबेला का पहला टीका लगवाकर पैसे को अपना धर्म समझने वालों को एक करारा संदेश दिया है |
साथ ही जो सरकारी स्वस्थ सेवा पर प्रश्नचिन्ह लगाते हैं इस अवसर पर बीडीओ श्री श्रीवास्तव ने कहा कि आमजनों में जो भ्रांतियां है सरकारी अस्पताल में उपचार सही तरीके से नही मिलता है ऐसे सोंच वाले लोगों की वजह से समाज मे सरकारी अस्पताल को लेकर तरह-तरह की गलत भ्रांतियां फैलती है और लोग निजी अस्पतालों का चक्कर लगाकर अपना आर्थिक शोषण कराते हैं। जबकि सरकारी अस्पताल में अच्छे चिकित्सक हैं। और बेहतर सुविधाएं मिल रही है।
©www.katiharmirror.com
वही इन सब से हटकर हसनगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव ने अपनी नौ माह की फूल सी बेटी अमार्या को शहर के बड़े नामी गिरामी अस्पताल से दूर हसनगंज पीएचसी पहुँच कर खसरा रूबेला का पहला टीका लगवाकर पैसे को अपना धर्म समझने वालों को एक करारा संदेश दिया है |
साथ ही जो सरकारी स्वस्थ सेवा पर प्रश्नचिन्ह लगाते हैं इस अवसर पर बीडीओ श्री श्रीवास्तव ने कहा कि आमजनों में जो भ्रांतियां है सरकारी अस्पताल में उपचार सही तरीके से नही मिलता है ऐसे सोंच वाले लोगों की वजह से समाज मे सरकारी अस्पताल को लेकर तरह-तरह की गलत भ्रांतियां फैलती है और लोग निजी अस्पतालों का चक्कर लगाकर अपना आर्थिक शोषण कराते हैं। जबकि सरकारी अस्पताल में अच्छे चिकित्सक हैं। और बेहतर सुविधाएं मिल रही है।
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