कटिहार/नीरज झा :-- भारत के कई राज्यो में भ्रूण हत्या से, लिंग अनुपात में लगातार हो रहे असंतुलन की वजह से लडके-लडकी के बीच अनुपात में बडा अंतर होने के कारण जन्म से पूर्व लिंग परीक्षण पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया है जिससे कन्या भ्रूण हत्या को पूर्ण रूप से रोक लगाया जा सके ।
वही एक ओर सरकार कन्या भ्रूण हत्या पर लगाम कसने के तमाम प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ बाजार में जन्म से पूर्व भ्रूण लिंग जाँच कर मोटी कमाई का एक जरिया बन गया है। इसका एक वीडियो कटिहार के बलराम प्रखंड के शरीफ नगर पंचायत में सोनोग्राफी करने वाले एम ए सोनोसगन सेंट्रल (अल्ट्रा साउंड केंद्र) का एक वीडियो वायरल हुआ जिनमे लिंग परीक्षण करने की बात चीत करते दिखाया गया था। हमने वायरल वीडियो की जाँच करने पहुँचे तो पाया की डॉक्टर अरुण कुमार के नाम से अल्ट्रा साउंड चलाया जा रहा है जो पटना में कार्यरत है और उनके नाम से सोनी कुमारी नाम की एक महिला चला रही है। जिनका वीडियो वायरल हुआ था।
हमने जब जाँच का दायरा आगे बढ़ाया तो पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर की रहने वाली सबीना खातुन नाम की एक महिला ने बताया की हमारे बच्चे का जन्म से पूर्व लिंग जाँच किया गया था इसकी शिकायत हमने कटिहार जिले के सबसे बड़े स्वास्थ्य अधिकारी सिविल सर्जन मोo मुर्तजा अली को लिखित आवेदन देकर किया है लेकिन आज तक जाँच नही हो पाई हैं |इस मामले को लेकर हमने जब कटिहार जिले के सिविल सर्जन मो o मुर्तजा अली से जब बात की तो उन्होंने बताया कि आवेदन मिला है। जाँच की जा रही है ।
वही कानून के जानकार कटिहार कोर्ट के अधिवक्ता पवन दुवे ने बताया कि अधिनियम 1994 के तहत गर्भाधारण पूर्व या बाद भ्रूण परीक्षण के लिए सहयोग देना या करना कानूनी अपराध है इसके तहत 3 से 5 साल तक की जेल या 10 हजार से 1 लाख रुपये तक का आर्थिक जुर्माना या दोनों हो सकता है ।
स्थानीय विधायक महबूब आलम से पूछा कि आपके क्षेत्र मे चोरी छिपे लिंग परीक्षण का वीडियो आया है तो उन्होंने कहा कि यह पूर्ण रूप से गलत है हम जिले के जिला पदाधिकारी और सिविल सर्जन से कानूनी कार्रवाई को लेकर बात करूँगा ।
वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि विक्टर झा ने बताया की इस तरह की घटनाएं प्रशासन की मिलीभगत से होती है, जबकि प्रशासन को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ।
वही बिहार के विपक्षी पार्टी के राजद के नेता मो०सगीर ने सरकार के नियत पर ही सवाल उठा कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर कई सवाल खड़े कर दिये ।
©www.katiharmirror.com
वही एक ओर सरकार कन्या भ्रूण हत्या पर लगाम कसने के तमाम प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ बाजार में जन्म से पूर्व भ्रूण लिंग जाँच कर मोटी कमाई का एक जरिया बन गया है। इसका एक वीडियो कटिहार के बलराम प्रखंड के शरीफ नगर पंचायत में सोनोग्राफी करने वाले एम ए सोनोसगन सेंट्रल (अल्ट्रा साउंड केंद्र) का एक वीडियो वायरल हुआ जिनमे लिंग परीक्षण करने की बात चीत करते दिखाया गया था। हमने वायरल वीडियो की जाँच करने पहुँचे तो पाया की डॉक्टर अरुण कुमार के नाम से अल्ट्रा साउंड चलाया जा रहा है जो पटना में कार्यरत है और उनके नाम से सोनी कुमारी नाम की एक महिला चला रही है। जिनका वीडियो वायरल हुआ था।
हमने जब जाँच का दायरा आगे बढ़ाया तो पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर की रहने वाली सबीना खातुन नाम की एक महिला ने बताया की हमारे बच्चे का जन्म से पूर्व लिंग जाँच किया गया था इसकी शिकायत हमने कटिहार जिले के सबसे बड़े स्वास्थ्य अधिकारी सिविल सर्जन मोo मुर्तजा अली को लिखित आवेदन देकर किया है लेकिन आज तक जाँच नही हो पाई हैं |इस मामले को लेकर हमने जब कटिहार जिले के सिविल सर्जन मो o मुर्तजा अली से जब बात की तो उन्होंने बताया कि आवेदन मिला है। जाँच की जा रही है ।
वही कानून के जानकार कटिहार कोर्ट के अधिवक्ता पवन दुवे ने बताया कि अधिनियम 1994 के तहत गर्भाधारण पूर्व या बाद भ्रूण परीक्षण के लिए सहयोग देना या करना कानूनी अपराध है इसके तहत 3 से 5 साल तक की जेल या 10 हजार से 1 लाख रुपये तक का आर्थिक जुर्माना या दोनों हो सकता है ।
स्थानीय विधायक महबूब आलम से पूछा कि आपके क्षेत्र मे चोरी छिपे लिंग परीक्षण का वीडियो आया है तो उन्होंने कहा कि यह पूर्ण रूप से गलत है हम जिले के जिला पदाधिकारी और सिविल सर्जन से कानूनी कार्रवाई को लेकर बात करूँगा ।
वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि विक्टर झा ने बताया की इस तरह की घटनाएं प्रशासन की मिलीभगत से होती है, जबकि प्रशासन को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ।
वही बिहार के विपक्षी पार्टी के राजद के नेता मो०सगीर ने सरकार के नियत पर ही सवाल उठा कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर कई सवाल खड़े कर दिये ।
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