कदबा प्रखंड क्षेत्र का जाना माना पंचायत माना जाने वाला महमदपुर भले ही प्रखंड का हृदय कहलाता हो, लेकिन यहां के आमजन आज भी बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं।
यहां की जनता बिजली जैसी सुविधाओं से सिर्फ दूर ही नहीं बल्कि क्षेत्र के प्रतिनिधि के विरुद्ध ह्रदय में आक्रोश भी पल रहा है। यहां पर सात साल पूर्व बिजली का गड़ा खम्भा आज तक तार का इंतज़ार कर रही है जबकि सिर्फ और सिर्फ तीन बंडल तार से इससे समस्या से निजात पाया जा सकता है। मात्र तीन बंडल तार के कारण आज भी महमदपुर पंचायत के वार्ड संख्या 09, 11, 12, की लगभग पांच हजार की आबादी लालटेन युग जीने को विवश है।
जिस कारनवश यहां की जनता समाचार, टेलीविज़न और शिक्षा से दूर रहते । इससे यहाँ के पठान पाठन पर भारी बुरा असर पड़ता है। प्रखंड मुख्यालय से इस जगह की दूरी मात्र डेढ़ किलोमीटर है। प्रखंड मुख्यालय से महज ड़ेढ किलोमीटर पर बसा महमदपुर पंचायत को देखने वाला या फिर यहां की आवाज उठाने वाला कोई नहीं । यहां की जनता अपने आप को ठगा ठगा महसूस कर रही है। बताते चलें कि जहां एक और सूबे की सरकार हर घर बिजली होने का ढिंढोरा पीट रही है ,वहीं पांच हजार आबादी का यह क्षेत्र सरकार के क्रियाकलाप पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
ग्रामीण जीवछ लाल यादव ,वीरेंद्र प्रसाद मेहता, सुरेंद्र प्रसाद मेहता, बासुदेव प्रसाद मेहता, नंदलाल मेहता, जगदीश मेहता, विद्यानंद मेहता, सुरेंद्र साह इत्यादि ने विरोध प्रकट करते हुए कहा कि सरकार हम लोगों की सुधि लेने को तैयार नहीं है तो हम लोग भी सरकार की सुधि लेने को तैयार नहीं है। बिजली नहीं तो वोट नहीं के तर्ज पर इस बार हम सभी वार्ड वासी मतदान का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर देंगे। लुभावने वादे कर नेता हम लोगों से वोट लेकर हमारे क्षेत्र से चले जाते हैं लेकिन वोट लेने के बाद फिर हम लोगों की सुध लेने कितने दिनों में आते है इसका किसी को पता नही है में ही आते हैं इस बार वैसे नेताओं को सबक सिखाने का समय आ चुका है और हम लोग सबक सिखाने के लिए पूर्ण रूपेण तैयार है।
Kumar Neeraj
©www.katiharmirror.com
जिस कारनवश यहां की जनता समाचार, टेलीविज़न और शिक्षा से दूर रहते । इससे यहाँ के पठान पाठन पर भारी बुरा असर पड़ता है। प्रखंड मुख्यालय से इस जगह की दूरी मात्र डेढ़ किलोमीटर है। प्रखंड मुख्यालय से महज ड़ेढ किलोमीटर पर बसा महमदपुर पंचायत को देखने वाला या फिर यहां की आवाज उठाने वाला कोई नहीं । यहां की जनता अपने आप को ठगा ठगा महसूस कर रही है। बताते चलें कि जहां एक और सूबे की सरकार हर घर बिजली होने का ढिंढोरा पीट रही है ,वहीं पांच हजार आबादी का यह क्षेत्र सरकार के क्रियाकलाप पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
ग्रामीण जीवछ लाल यादव ,वीरेंद्र प्रसाद मेहता, सुरेंद्र प्रसाद मेहता, बासुदेव प्रसाद मेहता, नंदलाल मेहता, जगदीश मेहता, विद्यानंद मेहता, सुरेंद्र साह इत्यादि ने विरोध प्रकट करते हुए कहा कि सरकार हम लोगों की सुधि लेने को तैयार नहीं है तो हम लोग भी सरकार की सुधि लेने को तैयार नहीं है। बिजली नहीं तो वोट नहीं के तर्ज पर इस बार हम सभी वार्ड वासी मतदान का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर देंगे। लुभावने वादे कर नेता हम लोगों से वोट लेकर हमारे क्षेत्र से चले जाते हैं लेकिन वोट लेने के बाद फिर हम लोगों की सुध लेने कितने दिनों में आते है इसका किसी को पता नही है में ही आते हैं इस बार वैसे नेताओं को सबक सिखाने का समय आ चुका है और हम लोग सबक सिखाने के लिए पूर्ण रूपेण तैयार है।
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