कटिहार के वार्ड संख्या 17 के सीता नगर में भगवान चौक मोहर्रम कमेटी के द्वारा इस बार भव्य ताजिया का निर्माण कराया गया । मोहर्रम कमेटी के खलीफा मोहम्मद भोला मियां ने बताया कि 1964 से इस जगह से ताजिया जुलूस व अखाड़ा निकाला जाता है|
हर साल की भांति इस साल भी मोहरम के अवसर पर ताजिया का निर्माण किया गया है। एक ताजिया निर्माण में लगभग तीस हजार रुपए का खर्च हुआ है। इस ताजिया का निर्माण ड्राइवर टोला के मोहम्मद शमशाद के द्वारा किया जा रहा है जो दिन रात मेहनत करके आकर्षक व मनमोहक ताजिया का निर्माण किया हैं।
साथ ही उन्होंने बताया कि ताजिया को बनाने में लकड़ी, प्लाई, थरमोकोल के अलावे नग का महीन काम किया गया है। जिससे ताजिया और आकर्षक बना है।
कमेटी में 2 दर्जन से अधिक सदस्य हैं जो लगातार अखाड़ा खेलने का अभ्यास कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस अखाड़े में लड़कों से ज्यादा लड़कियां लाठी चलना सीखती है। हर साल की तरह इस साल भी मोहर्रम कमेटी के खलीफा व सदस्यों द्वारा शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मोहर्रम को मनाते हैं। इस कमेटी में मो रफीक, मो रफीक, मो सईम, मो चांद, मो इलियास, मो फरीद, मो मोहसिन, मो साहबउद्दीन मो शकील सहित आदि लोगों का सराहनीय योगदान रहता है।
Kumar Neeraj
©www.katiharmirror.com
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कटिहार: लाठी चलाने का अभ्यास |
हर साल की भांति इस साल भी मोहरम के अवसर पर ताजिया का निर्माण किया गया है। एक ताजिया निर्माण में लगभग तीस हजार रुपए का खर्च हुआ है। इस ताजिया का निर्माण ड्राइवर टोला के मोहम्मद शमशाद के द्वारा किया जा रहा है जो दिन रात मेहनत करके आकर्षक व मनमोहक ताजिया का निर्माण किया हैं।
साथ ही उन्होंने बताया कि ताजिया को बनाने में लकड़ी, प्लाई, थरमोकोल के अलावे नग का महीन काम किया गया है। जिससे ताजिया और आकर्षक बना है।
कमेटी में 2 दर्जन से अधिक सदस्य हैं जो लगातार अखाड़ा खेलने का अभ्यास कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस अखाड़े में लड़कों से ज्यादा लड़कियां लाठी चलना सीखती है। हर साल की तरह इस साल भी मोहर्रम कमेटी के खलीफा व सदस्यों द्वारा शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मोहर्रम को मनाते हैं। इस कमेटी में मो रफीक, मो रफीक, मो सईम, मो चांद, मो इलियास, मो फरीद, मो मोहसिन, मो साहबउद्दीन मो शकील सहित आदि लोगों का सराहनीय योगदान रहता है।
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