गुरुवार,२० सितम्बर : समाहरणालय के सामने बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा महाधरना प्रदर्शन किया गया इन आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका कि 15 सूत्री मांगे हैं जिनमें आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए सेविका को क्लास 3 एवं सहायिका को क्लास फोर के रूप में समायोजित किया जाए।
जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता है सेविका को ₹18000 और सहायिका को ₹12000 मानदेय राशि दिया जाए।
54 दिन हड़ताल के उपरांत 16 मई 2017 को वह समझौता के आलोक में लंबित मांगों का शीघ्र निष्पादन किया जाए।
गोमाराम तेलंगाना एवं अन्य राज्यों की भांति बिहार सरकार द्वारा भी ₹7000 सेविका एवं 4500 सहायिका को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दिया जाए। सेवा निर्मित होने के पश्चात ₹5000 मासिक पेंशन यह एक मुस्त 5 लाख रु सहायता राशि एवं बीमा का लाभ सुनिश्चित किया जाए जैसी मांग शामिल है।
कुमार नीरज
©www.katiharmirror.com
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कटिहार समाचार |
जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता है सेविका को ₹18000 और सहायिका को ₹12000 मानदेय राशि दिया जाए।
54 दिन हड़ताल के उपरांत 16 मई 2017 को वह समझौता के आलोक में लंबित मांगों का शीघ्र निष्पादन किया जाए।
गोमाराम तेलंगाना एवं अन्य राज्यों की भांति बिहार सरकार द्वारा भी ₹7000 सेविका एवं 4500 सहायिका को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दिया जाए। सेवा निर्मित होने के पश्चात ₹5000 मासिक पेंशन यह एक मुस्त 5 लाख रु सहायता राशि एवं बीमा का लाभ सुनिश्चित किया जाए जैसी मांग शामिल है।
कुमार नीरज
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