सूबे में सरकार के शराबबंदी का धज्जी उड़ाते दिखा कटिहार में पुलिसवाला.|सरकार ने जिसे जिम्मा दे रखा है सूबे में पूर्ण शराबबंदी का..लेकिन वहीं पुलिस वाला(हवलदार) नशे में धुत सरकारी कार्यालय में जमकर उत्पात मचाया है.|
कटिहार के सहायक थानाक्षेत्र में कार्यरत भूमि संबंधित सरकारी कार्यालय हल्का कचहरी में घुस कर जमकर किया तोड़फोड़ और कार्यालय में रखे दस्तावेज को कर दिया आग के हवाले.|मना करने और रोकने पर ...शराबी हवलदार ने कचहरी के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी किय|.शराबी हवलदार ने खुद को भागलपुर जिले के नौगछिया में SP कार्यालय में पदस्थापित बताया है| शराबी पुलिस का हाईवोल्टेज ड्रामा देख स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई और ग्रामीणों ने हवलदार को काबू में करने के लिए पहले उसकी पिटाई किया फिर उसके हाथ-पाँव रस्सी से बाँध दिया|
मौके पर पहुंचे अंचल निरीक्षक रंजन कुमार ने स्थानीय सहायक थाना को फोन कर घटना की जानकारी दिया..
सूचना मिलते ही सहायक थाना पुलिस थाना इंचार्ज परवेज़ आलम के साथ मौके पर पहुंची और बंधक बने शराबी हवलदार को रस्सी से बंधे हाथ-पाँव को खोल कर अपने साथ थाना ले गई..
उधर बंधक बना हवलदार नशे में भी अपने किये को स्वीकार रहा था और अपनी गलती मान रहा था और किसी तरह मुक्त होना चाह रहा था|
आखिर सूबे में कैसे होगा पूर्ण शराबबंदी... कटिहार में पुलिस वाला ही जब भक्षक हो जाये तो सूबे में पूर्ण शराबबंदी की कल्पना मात्र है...जरूरत है सरकार को अति कठोर कानून बनाने की... जिससे शराब जैसे बुरी चीज पर लगाम लग सके...
कुमार नीरज
©www.katiharmirror.com
कटिहार के सहायक थानाक्षेत्र में कार्यरत भूमि संबंधित सरकारी कार्यालय हल्का कचहरी में घुस कर जमकर किया तोड़फोड़ और कार्यालय में रखे दस्तावेज को कर दिया आग के हवाले.|मना करने और रोकने पर ...शराबी हवलदार ने कचहरी के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी किय|.शराबी हवलदार ने खुद को भागलपुर जिले के नौगछिया में SP कार्यालय में पदस्थापित बताया है| शराबी पुलिस का हाईवोल्टेज ड्रामा देख स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई और ग्रामीणों ने हवलदार को काबू में करने के लिए पहले उसकी पिटाई किया फिर उसके हाथ-पाँव रस्सी से बाँध दिया|
मौके पर पहुंचे अंचल निरीक्षक रंजन कुमार ने स्थानीय सहायक थाना को फोन कर घटना की जानकारी दिया..
सूचना मिलते ही सहायक थाना पुलिस थाना इंचार्ज परवेज़ आलम के साथ मौके पर पहुंची और बंधक बने शराबी हवलदार को रस्सी से बंधे हाथ-पाँव को खोल कर अपने साथ थाना ले गई..
उधर बंधक बना हवलदार नशे में भी अपने किये को स्वीकार रहा था और अपनी गलती मान रहा था और किसी तरह मुक्त होना चाह रहा था|
आखिर सूबे में कैसे होगा पूर्ण शराबबंदी... कटिहार में पुलिस वाला ही जब भक्षक हो जाये तो सूबे में पूर्ण शराबबंदी की कल्पना मात्र है...जरूरत है सरकार को अति कठोर कानून बनाने की... जिससे शराब जैसे बुरी चीज पर लगाम लग सके...
कुमार नीरज
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