कटिहार। फलका| पैसे के अभाव में फलका के संतोष यादव नेपाल के विराटनगर स्थित गोल्डेन अस्पताल में फंसे हुए थे | कटिहार के मेयर बिजय सिंह ने मामले का संज्ञान लिया और सम्मिलित प्रयासों से परिजन रविवार की रात घर पहुंचे।
संतोष यादव पिछले चार माह से उक्त अस्पताल में इलाज करा रहे थे |लेकिन बकाया पैसा नहीं चुका पाने के स्थिति में मरीज के साथ परिजनों को अस्पताल में रोक लिए जाने की बात उनके परिवार के लोगों ने कही थी।
मीडिया में मामला आने पर मेयर विजय सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्थिति की जानकारी दी जिससे प्रशासन भी हरकत में आ गया | मेयर ने नेपाल के पूर्व मंत्री शिव कुमार मंडल से बात कर स्थिति से अवगत कराया और अस्पताल प्रबंधन से भी की|हालाँकि अस्पताल ने मरीज़ को रोके जाने की बात से इनकार किया था|
लेकिन प्रयास से अंत में संतोष यादव अपने परिवार के साथ वापस कटिहार पहुंचे |
इस मौके पर उप महापौर मंजूर खान, बिहार प्रदेश शिक्षा प्रकोष्ठ के महासचिव राजकुमार गुप्ता, प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष सुशील कुमार सुमन, पार्षद रंजीत कुमार, योगेन्द्र यादव, कमल दास, ललन केशरी, लाली खान एवंअन्य पार्षद भी मौजूद थे।
©www.katiharmirror.com
संतोष यादव पिछले चार माह से उक्त अस्पताल में इलाज करा रहे थे |लेकिन बकाया पैसा नहीं चुका पाने के स्थिति में मरीज के साथ परिजनों को अस्पताल में रोक लिए जाने की बात उनके परिवार के लोगों ने कही थी।
मीडिया में मामला आने पर मेयर विजय सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्थिति की जानकारी दी जिससे प्रशासन भी हरकत में आ गया | मेयर ने नेपाल के पूर्व मंत्री शिव कुमार मंडल से बात कर स्थिति से अवगत कराया और अस्पताल प्रबंधन से भी की|हालाँकि अस्पताल ने मरीज़ को रोके जाने की बात से इनकार किया था|
लेकिन प्रयास से अंत में संतोष यादव अपने परिवार के साथ वापस कटिहार पहुंचे |
इस मौके पर उप महापौर मंजूर खान, बिहार प्रदेश शिक्षा प्रकोष्ठ के महासचिव राजकुमार गुप्ता, प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष सुशील कुमार सुमन, पार्षद रंजीत कुमार, योगेन्द्र यादव, कमल दास, ललन केशरी, लाली खान एवंअन्य पार्षद भी मौजूद थे।
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