जिस तरह से इंसान प्राकृतिक संसाधनों से दुरुयोग करता आरहा है अब मौसम का मिजाज भी बदल रहा है अन्दाज लगाया जा रहा है इस बार बिहार में मॉनसून की ठीक नहीं है. जून के पहले सप्ताह में होने वाली प्री मॉनसून बारिश ने किसानों को चिंतित ही किया है । कृषि विभाग के मुताबिक 18 जून तक अनुमानित आंकड़ों से 23 फीसद कम बारिश हुई है जबकि पिछले साल यह आंकड़ा सिर्फ 13 फीसद था. पिछले साल की तुलना में इस बार अभी तक आधी बारिश हो सकी है. इसका सीधा असर धान के फसल की बुवाई पर पड़ेगा
अभी तक बिहार राज्य के 19 जिले सूखे की ओर अग्रसर हैं. इन जिलों में जून में अभी तक 50 फीसद से भी कम बारिश हुई है. इससे किसानों को भारी परेशानी हो रही है । जिसका असर खरीफ के बिचड़े पर ही सूखे का असर पड़ रहा है
विभिन्न जिलों में बारिश कर स्थिति (फीसद में)
पटना: – 53
आरा: – 76
बक्सर: – 83
अरवल: – 75
नवादा: – 51
औरंगाबाद: 71
सारण: – 81
सिवान: – 73
गोपालगंज: – 66
पूर्वी चंपारण:- 57
पश्चिम चंपारण: – 70
सीतामढ़ी: – 65
शिवहर: – 74
वैशाली: – 91
मुंगेर: – 51
शेखपुरा: – 68
जमुई: – 56
खगडिय़ा: – 80
किशनगंज: – 59
प्री मानसून की बारिश ने रविवार को पटना और उत्तर बिहार सहित राज्य के विभिन्न हिस्से को भिगोया. सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला रहा और राज्य के विभिन्न हिस्से में झमाझम बारिश हुई. घने बादलों को देख किसानों के चहेरे भी खिल उठे. महीने भर से जारी भीषण गर्मी से भी राहत मिली. अधिकतम तापमान चार से पांच डिग्री नीचे आ गया. उत्तर बिहार में तो अच्छी-खासी बारिश हुई.
मौसमविदों की मानें तो मानसून के प्रवेश के लिए अनुकूल परिस्थितियां तैयार हैं और अगले 24 से 48 घंटे में बिहार व झारखंड के कुछ हिस्से में मानसून का प्रवेश होगा. झमाझम बारिश होगी और तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी. रविवार को गया का अधिकतम पारा 37.9, भागलपुर 36.7 और पूर्णिया में 35.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. सोमवार के मौसम पूर्वानुमान में भी पटना, गया भागलपुर और पूर्णिया में बारिश के आसार जताए गए हैं.
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