
रोज़ रेट रिवीजन होने के बाद से
पेट्रोल के उत्पादों में बढ़ी कीमतों पर विपक्ष की आलोचना के बाद ये बयान आया है|
तेल कंपनियों की तरफ से अधिक मुनाफा कमाए जाने पर पूछे गए सवाल पर प्रधान ने स्पष्ट किया कि तेल कंपनियां सरकारी हैं। इसमें सब कुछ पारदर्शी है। जो भी वह मुनाफा कमाती हैं, सरकार की तरफ से जन कल्याण पर खर्च किया जाता है। पेट्रोलियम उत्पाद को जीएसटी के तहत लाए जाने के सवाल पर कहा कि मेरा मानना है कि पेट्रोल-डीजल पर जीएसटी लागू होना उपभोक्ता के पक्ष में रहेगा। उम्मीद है कि सारे प्रदेश व जीएसटी कौंसिल सहमति से पेट्रोलियम पदार्थ को अपने अधीन ले लेंगे।
सोर्स: जागरण / हिंदुस्तान
©www.katiharmirror.com
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें