शहीद चौक ,कटिहार,१३ अगस्त १९४२
आज से ठीक 75 साल पहले हमारे शहीद चौक पर दिल देहला देने वाली घटना घटी थी| तेरह साल का एक लड़का
देश के लिए यहाँ शहीद हो गया|सीने पे गोली खायी एक जांबाज़ सिपाही की तरह|
ठीक वही जहाँ आज महात्मा गाँधी की मूर्ती लगी हुई है|
13 अगस्त को ध्रुव कुंडू नाम के १३ साल के लड़के के अलावा ५००० और लोग मौजूद थे देश के लिए|रामाशीष सिंह, रामाधार सिंह, बिहारी साह, भूसी साह, कलाकंद मंडल, दामोदर साह, फूलो मोदी, नटाय परिहार, रमचू यादव, लालजी मंडल, झगरु मंडल तथा झगरु मंडल झौआ भी शामिल थे उस भीड़ में भारत माता की आज़ादी का ज़ज्बा दिलो में लिए|
9 अगस्त १९४२ को महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोडो का नारा दिया| देश में लहर दौड़ गयी थी आज़ादी के मतवालों के दिलो में|उन्ही लोगो में एक १३ साल का लड़का भी था| अंग्रेजो ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी|
ध्रुव कुंडू और बंकि लोगो को लगी गोलियां|कालीबाड़ी तक लाने की कोशिश की गयी|लेकिन उसके पहले होई ध्रुव दम तोड़ चूका था|
Original Post @KatiharMirror Home
©www.katiharmirror.com
आज से ठीक 75 साल पहले हमारे शहीद चौक पर दिल देहला देने वाली घटना घटी थी| तेरह साल का एक लड़का
देश के लिए यहाँ शहीद हो गया|सीने पे गोली खायी एक जांबाज़ सिपाही की तरह|
ठीक वही जहाँ आज महात्मा गाँधी की मूर्ती लगी हुई है|
13 अगस्त को ध्रुव कुंडू नाम के १३ साल के लड़के के अलावा ५००० और लोग मौजूद थे देश के लिए|रामाशीष सिंह, रामाधार सिंह, बिहारी साह, भूसी साह, कलाकंद मंडल, दामोदर साह, फूलो मोदी, नटाय परिहार, रमचू यादव, लालजी मंडल, झगरु मंडल तथा झगरु मंडल झौआ भी शामिल थे उस भीड़ में भारत माता की आज़ादी का ज़ज्बा दिलो में लिए|
9 अगस्त १९४२ को महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोडो का नारा दिया| देश में लहर दौड़ गयी थी आज़ादी के मतवालों के दिलो में|उन्ही लोगो में एक १३ साल का लड़का भी था| अंग्रेजो ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी|
ध्रुव कुंडू और बंकि लोगो को लगी गोलियां|कालीबाड़ी तक लाने की कोशिश की गयी|लेकिन उसके पहले होई ध्रुव दम तोड़ चूका था|
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